
खबर बिहार से है जहां डीजीपी विनय कुमार के आदेश के बाद अब थाने में आने वाले आगंतुकों का हस्ताक्षर पंजी अंकित करना अनिवार्य किया गया है।परंतु अब भी इस आदेश का राज्य के कई थानों में कुछ खास असर नहीं देखने को मिल रहा है तो वहीं बिहार के वैशाली जिले के महुआ थानाध्यक्ष राजेश शरण का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है।बिहार पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष राजेश शरण के कार्यों को सराहते हुए कहा कि यह थाना आगंतुक हस्ताक्षर पंजी में सबसे अव्वल स्थान पर है। बता दें कि इस थाने में राजेश शरण को थानाध्यक्ष के पद पर पदस्थापित किया गया है,जो पहले भी कई बड़े थानों के थानाध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं और अपराधिक मामलों में कड़ी कार्यवाही कर अपराधियों को कानून का पाठ पढ़ाना इनकी पहचान रही है।।
प्रशासन आम जनता की सुरक्षा के लिए है ,इसलिए उनकी हर समस्या का त्वरित समाधान और निष्पादन हो, यह हमारी पहली प्राथमिकता होगी – राजेश शरण,थानाध्यक्ष
डीजीपी ने साफ कहा कि अब वरीय अधिकारी भी निरीक्षण के दौरान आगंतुक हस्ताक्षर पंजी की जांच करेंगे।ताकि थाने में आने वाले बिचौलियों से आम जनता को राहत मिले और प्रशाशन सीधे जनता की समस्या सुनें।